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Barot Valley Tourism Places यहाँ होती है सिर्फ मौज-मस्ती


 Barot Valley Tourism Places ( बरोट वैली में घुमने के सुंदर स्थान )


बरोट वैली  ( Barot Valley )

बरोट वैली  ( Barot Valley )  हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में स्थित एक बहुत सुंदरतम स्थान है यह वैली चुहार वैली के अंतर्गत आती है पहले बरोट वैली इतना मशहूर पर्यटन स्थल नहीं था तब इसे चुहार वैली में ही देखा जाता था लेकिन इसकी लोकप्रियता के कारण अब यहाँ आने वाले YouTuber और अन्य सोशल मिडिया में ये स्थान बरोट वैली ( Barot Valley )  के नाम से मशहूर हो गया  

barot valley ram himachali

Barot Valley

Barot valley local Sightseeing video


 

बरोट वैली ( Barot Valley ) हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में स्थित है  यहाँ पर घुमने के लिए बहुत से स्थान हैं जिनके बारे में इस पोस्ट में आपको पूरी जानकारी दी जाएगी और आप यदि चंडीगढ़ या पठानकोट से आ रहे हैं तो किस रास्ते से बरोट वैली ( Barot Valley ) पहुंचेंगे इसकी भी पूरी जानकारी इस पोस्ट में दी जा रही है पुरी जानकारी के लिए इस पोस्ट को जरुर पढ़ें 




लपास वाटरफाल बरोट वैली

लपास वॉटरफॉल



लपास वॉटरफॉल ( Lapas Waterfall )

लपास वॉटरफॉल एक बेहद खुबसूरत स्थान है जैसा की आप फोटो में देख सकते हैं ऊपर से बहता हुआ पानी का झरना कितना सुंदर लगता है यहाँ पर गर्मियों में पर्यटक का ताँता लगा रहता है दुनियां भर के पर्यटक यहाँ आकर के गर्मी से छुटकारा पाते हैं ज्यादातर पर्यटक पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ से आते हैं इसके अलावा दिल्ली और भारत के अन्य राज्यों से भी पर्यटक यहाँ पर आते हैं लपास वॉटरफॉल बरोट जाती हुई सड़क में बरोट से लगभग 3 किलोमीटर पीछे बोचिंग नामक स्थान से ऊपर है आप यदि जल्दी पहुँच गए हों तो आप बरोट गाँव में पहुंचने से पहले यहाँ पर जा सकते हो और वापिस आकर बरोट जा सकते हो यदि आप बरोट से आना चाहें तो भी आप बड़ी ही आसानी से आ सकते हो  


https://www.ramhimachali.com/2022/09/barot-valley-tourism-places.html
बरोट वैली में लपास वाटरफॉल

                               

Lapas waterfall video ( लपास वॉटरफॉल विडियो )





Barot Valley Fountain
Barot Valley - Fountain






बरोट वैली में फाउंटेन का नजारा ( Fountain view in Barot Valley )

बरोट वैली में बहुत प्यारा पानी का फुवारा है इसे अंग्रेजों के समय शानन पॉवर हाउस प्रोजेक्ट के साथ बनाया गया था हैरानी की बात यह है कि इसमें कोई भी बिजली से चलने वाली मोटर का इस्तेमाल नहीं किया गया है इस फुवारे के नीचे से पानी की नहर है और जब पानी उछलता है तो फुवारे से पानी बाहर निकल जाता है बरोट वैली के बीचों-बीच स्थित यह फुवारा बरोट वैली को चार चाँद लगा देता है जो भी पर्यटक बरोट वैली घुमने आते हैं इस फुवारे के साथ फोटो लिए बगैर कोई भी नहीं रह पाता इस फुवारे के साथ ऊपर की तरफ घने देवदार का खुबसुरत जंगल है और नीचे की और बहती हुई ऊहल नदी है जो की व्यास नदी की सहायक नदी है इस नदी का साफ़ पानी और खूबसूरती देखते ही बनती है 


बरोट वैली 

बरोट वैली में ऊहल नदी  ( Uhl River in Barot Valley )

ऊहल नदी के कारण ही बरोट वैली का गाँव बसा है यहाँ पर नदी नदी के किनारे से जब आप बरोट वैली की और बढ़ते हैं तो नजारा देखते ही बनता है यह नदी हिमालय के पश्चिमी भाग धौलाधार पर्वत में स्थित तामसर झील से निकलती है जो कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में स्थित है फिर यह छोटा भंगाल से होती हुई बरोट में हिमाचल प्रदेश के ही मंडी जिले में प्रवेश कर जाती है यह नदी बेहद खुबसूरत है इस नदी में ट्राउट फिश पाई जाती है और बरोट में बहुत से ट्राउट फिश फार्म भी है जहाँ पर ट्राउट फिश का पालन किया जाता है 


ऊहल नदी बरोट वैली 


शानन पॉवर प्रोजेक्ट का बाँध ( Shanan Power Project Dam )

जब अंग्रेजों का शासन था तभी से यहाँ पर शानन पॉवर प्रोजेक्ट का बांध बनाया गया था और इस बांध में रुके हुए पानी का जलाशय ( Reservoir ) बहुत सुंदर दिखाई देता है इसी शानन पॉवर प्रोजेक्ट के बांध के कारण बरोट वैली गाँव बस गया यह बाँध बरोट वैली ( Barot Valley ) की सुंदरता को चार चाँद लगाता है यदि आप यहाँ पर गर्मियों में आते हैं तो बरोट वैली ( Barot Valley ) का ठंडा वातावरण आपको गर्मी से सुकून तो देगा ही और गर्मी से राहत भी प्रदान करेगा 


बेटी हाउस ( Batty House )

जैसा कि मैंने आपको बताया की बरोट वैली  ( Barot Valley ) यहाँ पर स्थित शानन पॉवर प्रोजेक्ट बनने के कारण बसी हुई वैली है और इसका निर्माण अंग्रेजों के शासन काल में हुआ इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए जिस अंग्रेज अधिकारी को कार्य सोंपा गया उनका नाम Colonel B.C. Batty था उन्हें इस प्रोजेक्ट के लिए पहाड़ी के ऊपर से नक्शा तैयार करना होता था जिसके लिए उनके रहने का स्थान भी ऊपर पहाड़ी पर ही बनाया गया जहाँ वह रहते थे वहीं से ही वह प्रोजेक्ट का नक्शा तैयार करते हो वहीं से ही प्रोजेक्ट की पूरी प्लानिंग करते थे क्यूंकि ऊपर पहाड़ी से प्रोजेक्ट का स्थान पूरी तरह से साफ़ दिखाई देता है बाद में इसी बिल्डिंग  को बेटी हाउस ( Batty House ) के नाम से जाना जाने लगा और यह बिल्डिंग अंग्रेजों के समय की बिल्डिंग होने के कारण बरोट की सबसे पुरानी बिल्डिंग है यदि आप यहाँ पर जाना चाहते हैं तो बरोट वैली में स्थित फाउंटेन के ऊपर जंगल से होते हुए ऊपर पहाड़ी को रास्ता जाता है और आप वहां पर 20 मिनट में पहुंच जाओगे यहाँ बेटी हाउस में आपको उनके द्वारा बनाए गए शानन पॉवर प्रोजेक्ट के नक्शे देखने को मिल जाएंगे

 

फुला री धार ( Fula ri Dhar )

बरोट गाँव के ऊपर एक दक्षिण दिशा में एक सुंदर सी पहाड़ी है इसे फुला री धार नाम से जाना जाता है इस पहाड़ी का नाम यहाँ की स्थानीय भाषा में है इसका हिंदी में अनुवाद है "फूलों की पहाड़ी" यदि आप ने ऊँची पहाड़ियों का नजारा और देवदार के घने जंगल देखने हैं तो यह जगह प्रकृति प्रेमी के लिए सबसे अच्छी जगह मानी जाती है जो लोग शांत वातावरण में रहना चाहते हैं उनके लिए भी यह जगह सबसे बेस्ट है यहाँ पर ठहरने के लिए होटल मिल जाते हैं लेकिन गर्मियों में यहाँ पर आने से लगभग 20 दिन पहले ही होटल की ऑनलाइन बुकिंग करवा लें नहीं तो आपको होटल में रूम मिल भी सकता है या फिर नहीं भी मिल सकता है क्योंकि गर्मी के मौसम में इन ठंडी वादियों में भारी मात्रा में पर्यटक आते हैं यहाँ से मंडी और कुल्लू की बर्फ से ढकी हुई सुंदर पहाड़ियां दिखती हैं और साथ में पश्चिमी हिमालय में स्थित धुलाधार पर्वत का आखिरी छोर जो की कांगड़ा जिला में है वह भी दिखाई देता है "फुला री धार" मंडी जिला में है  मैं राम हिमाचली यूट्यूबर खुद घुमने-फिरने का शौकीन हूँ और अनगिनत बार में फुला री धार में घूमने गया हूँ जिसकी विडियो आपको राम हिमाचली यूटयूब चैनल में मिल जाएगी यदि आप "फुला री धार" जाना चाहते हैं तो बरोट से ट्रैकिंग करके भी जा सकते हैं जिसमें आपको लगभग 6 से 8 घंटे पैदल चलना होगा और यदि आप गाड़ी में जाना चाहते हैं तो आप बरोट से तकरीबन 20 किलोमीटर पीछे झटीगरी नामक स्थान से ऑफ रोड़ में जा सकते हो कभी-कभी ज्यादा बारिश की वजह से यह रोड़ खराब भी हो जाता है इसलिए हमेशा आने से पहले होटल वालों के साथ फोन पर बात करके ही आएं यदि आप बरोट जाने से पहले "फुला री धार" जाना चाहते हैं तो आप बरोट से 20 किलोमीटर पीछे से ही झटीगरी नामक स्थान से "फुला री धार" जा सकते हो 


बरोट वैली पहुंचने का रास्ता 

यदि आप पठानकोट से आ रहे हैं तो पठानकोट से बरोट वैली 190 किलोमीटर है जैसे ही आप पठानकोट से मनाली रोड़ पर आएंगे तो NH-154 में पठानकोट से पालमपुर होकर वाया जोगिन्द्रनगर से आगे घटासनी नामक पर पहुंचेंगे घटासनी पठानकोट से 165 किलोमीटर है फिर NH-154 को छोड़कर आप लिंक रोड़ में जाएंगे घटासनी से बरोट 25 किलोमीटर दूर है 

                                        यदि आप चंडीगढ़ से बरोट आ रहे हो तो आप सबसे पहले चंडीगढ़ से मनाली रोड़ पर आएंगे चंडीगढ़ से मंडी 193 किलोमीटर है और जिला मंडी के बस स्टैंड से तकरीबन 400 मीटर आगे से मनाली रोड़ को छोड़कर पठानकोट रोड़ पर जाएंगे मंडी से पठानकोट रोड़ पर घटासनी नामक स्थान पर पहुँच जाएंगे जो की मंडी से 43 किलोमीटर है फिर घटासनी से बरोट 25 किलोमीटर दूर है 

                                    यदि आप लुधियाना से आ रहे हो तो आप वाया ज्वालाजी होकर कांगड़ा पहुंचेंगे और फिर पालमपुर से जोगिन्द्रनगर और घटासनी से होते हुए बरोट पहुंचेंगे   


बरोट वैली में कब आएं 

बरोट वैली में आने का समय गर्मी और सर्दी के महीने हैं यदि आप गर्मी से राहत पाना चाहते हैं तो यहाँ का ठंडा वातावरण आपको अपनी और आकर्षित करता है और यदि आप बर्फ का लुत्फ़ उठाना चाहते हैं तो सर्दी के महीनों में यहाँ पर आएं बरसात के दिनों में आप यहाँ पर नहीं आएं क्यूंकि धुंध पड़ी रहने के कारण आसपास का नजारा देखने को नहीं मिलता और रोड़ ख़राब तथा पहाड़ी से पत्थर गिरने से दुर्घटना होने का सबसे ज्यादा डर बना रहता है 


बरोट वैली की विडियो ( Barot Valley Video )




बरोट वैली  से सम्बन्धित पूछे जाने वाले सवाल 


Where is barot valley ?

Ans :

Barot Valley is a lesser-known picturesque valley situated in the Mandi district of the Indian state of Himachal Pradesh. It is known for its natural beauty, lush green landscapes, and serene surroundings. Barot is a perfect destination for nature lovers and adventure enthusiasts, offering activities like trekking, fishing, and camping.



What is Barot Valley famous for ?

Ans :
Barot Valley is famous for several reasons:


1. Natural Beauty: The valley is known for its breathtaking natural beauty, with lush green landscapes, dense forests, and picturesque views of the surrounding mountains and rivers.

2. Trout Fishing: Barot is a popular destination for trout fishing. The Uhl River, which flows through the valley, is well-known for its abundant trout population, attracting fishing enthusiasts from various places.

3. Trekking and Hiking: The region offers several trekking and hiking opportunities for adventure enthusiasts. Visitors can explore various trekking trails that lead to nearby villages, scenic viewpoints, and high-altitude meadows.

4. Outdoor Camping: Barot is an excellent place for camping amidst nature. Many tourists and trekkers prefer to camp in the valley to experience the tranquility and beauty of the surroundings.

5. Barot Hydroelectric Project: The valley is home to the Barot Hydroelectric Project, which harnesses the power of the Uhl River to generate electricity. The project attracts engineering and energy enthusiasts interested in understanding hydroelectric power generation.

6. Nargu Wildlife Sanctuary: Barot is close to the Nargu Wildlife Sanctuary, which is home to a variety of wildlife species, including the Himalayan Monal, which is the state bird of Himachal Pradesh.

7. Serene Environment: Barot offers a peaceful and serene environment, making it an ideal destination for those seeking a break from the hustle and bustle of city life.



Which month is best for Barot Valley?

Ans :

The best time to visit Barot Valley is during the spring and summer months, which typically span from April to June. During this period, the weather is pleasant, and the valley is in full bloom with lush greenery and blossoming flowers. The temperature is moderate, making it ideal for outdoor activities like trekking, camping, and fishing.

Visiting Barot Valley during these months allows you to enjoy the natural beauty of the region, indulge in adventure activities, and experience the serene environment without the harsh cold of winter or the heavy rainfall of the monsoon season.

However, keep in mind that weather patterns can change from year to year, so it's always a good idea to check the current weather conditions and forecasts before planning your trip. Also, if you prefer to avoid the peak tourist season, you may consider visiting Barot in the shoulder seasons, such as September to November or March, as the weather is still pleasant, and the crowd is relatively thinner.





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