Featured post

Places of visit in Dharamshala धर्मशाला में घूमने के स्थान

 Visiting places in Dharamshala जानिएं धर्मशाला में देखने योग्य स्थानों के बारे में 

धर्मशाला एक सुंदर और छोटा सा शहर है यह हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिला में स्थित है हिमाचल प्रदेश में बहुत से पर्यटन स्थल हैं यह एक पर्यटन स्थल है जहाँ पर पुरे विश्व से बहुत से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं धर्मशाला में विश्व भर से लाखों पर्यटक हर साल आते हैं गर्मी में तो यहाँ पर होटलों में पहले ही बुकिंग करवाना पड़ती है क्यूंकि देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक गर्मी से राहत पाने के लिए आते हैं 

                              धर्मशाला में घुमने लायक स्थान हैं Dal Lake ( डल झील ) , Triund Hill ( त्रियुंड पहाड़ी ) , Gyuto Monastery ( गयुटो मोनेस्ट्री ) , Bagsu Waterfall ( भागसु वॉटरफॉल ) , Dalai Lama Temple & Complex ( दलाई लामा मंदिर और काम्प्लेक्स ) , MacLeod Ganj ( मैकलौड़गंज ) , Bhagsunag Temple ( भागसुनाग मंदिर ), Indrahar Pass ( इन्द्राहार घाटी ), Dharamkot ( धर्मकोट ), Kangra Fort ( कांगड़ा किला ), Masrur Temple ( मसरुर मंदिर ) , Hanuman Tibba ( हनुमान टिब्बा ), Kalachakra Temple ( कलाचकरा मंदिर ) , Aghanjar Mahadev Temple ( अघंजर महादेव मंदिर ), Nechung Monastery ( नेचुंग मानेस्ट्री ) , Chinmaya Tapovan ( चिन्मय तपोवन ) , Norbulingka Intitute ( नोर्बुलिंग्का संस्था ) , Kangra Art Museum ( काँगड़ा कला संग्रहालय ) , Gopalpur Zoo ( गोपालपुर चिड़ियाघर ) अब आपको बारी-बारी से हर स्थान के बारे में पूरी जानकारी देते हैं 

Dharamshala


1. Dal Lake ( डल झील )

Dal Lake ( डल झील ) धर्मशाला के सबसे सुंदर स्थानों में से एक है देवदार के पेड़ों के बीच में यह झील बहुत सुंदर है और पकृति प्रेमी के लिए यह मनमोहक नजारा बहुत खुबसूरत है झील के इधर-उधर सुंदर पहाड़ दिखाई देते हैं यहाँ पर आप फोटो शूट कर सकते हो विडियो बना सकते हो और पिकनिक भी मना सकते हो छोटी-छोटी Boat ( नाव ) में घुमने का आनंद ले सकते हो 


डल झील की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ यहाँ पर एक छोटा सा मंदिर है जो की भगवान शिव का मंदिर है 

धर्मशाला में सबसे अच्छे दिखने वाले स्थान में से एक है 

ꟷ झील में पर नाव में  सवार होकर आनंद ले सकते हो 


डल झील में आने का सही समय :

ꟷ यहाँ पर आने का सही समय है मार्च महीने से लेकर जुलाई महीने तक फिर सितम्बर से अक्टूबर महीने के बीच में 



2.  Triund Hill ( त्रियुंड पहाड़ी )

Triund Hill ( त्रियुंड पहाड़ी ) धर्मशाला में सबसे ज्यादा घुमे जाने वाली पहाड़ी में से एक है और यह बहुत ज्यादा पॉपुलर भी है जो धर्मशाला घुमने के लिए आएं हों और ट्रैकिंग के शौक़ीन हों वह Triund Hill ( त्रियुंड पहाड़ी ) जाने से अपने आप को नहीं रोक पाते हैं यह स्थान धौलाधार की गौद में बसा है जो की पश्चिम हिमालय में स्थित है यह स्थान ट्रैकिंग करने वालों का मनपसंद स्थान होने के साथ-साथ पिकनिक करने का स्थान भी है यहाँ पर आप पिकनिक का आनंद ले सकते हो और पहाड़ों की सुंदरता का आनंद लीजिएगा 

 

त्रियुंड पहाड़ी की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ एक तरफ आपको बर्फ से ढके पहाड़ देखने को मिलेंगे दूसरी तरफ आपको हरे घास के मैदान दिखेंगे शहर के शौर से दूर बिल्कुल शांत जगह पर आप अपने आप को प्रकृति के बहुत नजदीक पाएंगे 

ꟷ ट्रैकिंग करके जा सकते हैं और यहाँ पर कैंप लगाकर रह सकते हैं 


Triund Hill ( त्रियुंड पहाड़ी ) में ट्रैकिंग करने का सही समय :

ꟷ यहाँ पर ट्रेकिंग करने का सही समय है मार्च से जून और सितम्बर से दिसम्बर तक 


3. Gyuto Monastery ( ग्युटो मोनेस्ट्री )

Gyuto Monastery ( ग्युटो मोनेस्ट्री ) सबसे पहले दलाई लामा के शिष्य Jetsun Kunga Dhondup ( जेतसुन कुंगा धोंडूप ) ने ग्युटो मोनेस्ट्री की स्थापना की थी 1959 में जब लामा भारत आए तब फिर दुबारा से इस मोनेस्ट्री को स्थापित किया गया यह मोनेस्ट्री तांत्रिक ध्यान के लिए प्रसिद्ध है यहाँ पर प्रमुख तांत्रिक ग्रंथों का अभ्यास करते हैं जैसे  गुह्यासमाजा यामंताका चकरासमवारा

gyuto monastery dharamshala
Gyuto Monastery


 यह कला और बौद्ध दर्शन के लिए भी जाना जाता है और यहाँ के बौद्ध भिक्षु यहाँ पर अध्ययन करते हैं Gyuto Monastery धर्मशाला सिटी में ही स्थित है और यहाँ पर आसानी से पहुंचा जा सकता है 


ग्युटो मोनेस्ट्री की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ  यहाँ पर आपको बुद्ध भगवान की मूर्तियां देखने को मिलेंगी 
ꟷ बर्फ के खुबसूरत पहाड़ों का नजारा और यहाँ का शांत-वातावरण आपको अच्छा लगेगा 

ग्युटो मोनेस्ट्री को देखने का सही समय :

वैसे तो यहाँ पर आप साल में कभी भी आ सकते हैं लेकिन यदि घूमने आ रहे हैं तो अप्रैल से जून के बीच में सही समय रहेगा 



4. Bagsu Waterfall ( भागसु वॉटरफॉल )    


Bagsu Waterfall ( भागसु वॉटरफॉल )   धर्मशाला में सभी महत्वपूर्ण स्थानों में से एक स्थान है आपने कभी ना कभी इसका नाम जरुर सुना होगा भागसु वॉटरफॉल प्राकृतिक सौंदर्य और धर्मशाला में सबसे अच्छी जगहों में से एक माना जाता है किसी को भी धर्मशाला घूमना हो और वह इस स्थान पर ना जाए ऐसा हो नहीं सकता यहाँ पर पथरों पर चलना व सुंदर झरना एक अलग ही वातावरण महसूस करवाता है ट्रैकिंग करने वालों का तो यह पसंदीदा स्थान है 
   कुल मिलाकर यदि आपको बताएं तो पर्यटकों के लिए घूमने व मौज मस्ती करने के लिए यह जगह सबसे बढ़िया जगह है 
      

भागसु वॉटरफॉल की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ भागसु वॉटरफॉल में आप झरने के नीचे नहाने का आनंद ले सकते हैं 
ꟷ पथरों के बने ट्रैक में ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं 
ꟷ यहाँ पर फोटोग्राफी कर सकते हैं क्यूंकि पहाड़ी पर यह वॉटरफॉल बहुत खुबसूरत दिखाई पड़ता है 

भागसु वॉटरफॉल में घुमने का सही समय :

मई से जून में यहाँ पर मौसम यहाँ पर सबसे सुहावना होता है और गर्मी से राहत भी मिलती है 
सितम्बर और नवम्बर में भी आप यहाँ पर आ सकते हैं 


5. Dalai Lama Temple & Complex ( दलाई लामा मंदिर और काम्प्लेक्स )

दलाई लामा मंदिर और काम्प्लेक्स एक शांत वातावरण वाला स्थान है और यह लामाओं का परीक्षण केंद्र है यह एक ऐसा स्थान है जहाँ पर परीक्षण लेने वाले प्रशिक्षु और पर्यटक बौद्ध धर्म के मार्ग की परम शांति के बीच अपने आप को इस वातावरण में अच्छा महसूस करते हैं 

दलाई लामा मंदिर और काम्प्लेक्स की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ यहाँ पर बौद्ध धर्म का पुस्तकालय यानि लाइब्रेरी है उसे आप देखना चाहें तो देख सकते हो 
ꟷ यहाँ पर एक संग्रहालय है जिसमें बौद्ध भिक्षुओं के बारे में बताया गया है जो तिब्बत में शहीद हुए और उनके फोटो भी साथ में हैं 
ꟷ यहाँ पर प्रार्थना चक्र हैं इन्हें मोड़ कर प्रार्थना की जाती है आप भी इन्हें मोड़ कर प्रार्थना कर सकते हैं 

दलाई लामा मंदिर और काम्प्लेक्स में जाने का सही समय :

वैसे तो आप साल में किसी भी महीने यहाँ पर जा सकते हो हमारा हमारे विचार से जुलाई और अगस्त को छोड़कर आप साल के किसी भी महीने में यहाँ पर जा सकते हो क्यूंकि जुलाई और अगस्त में यहाँ पर बहुत भारी मात्रा में बारिश होती है 

6. MacLeod Ganj ( मैकलौड़गंज )

मैकलौड़गंज में पुरे विश्व से पर्यटक आते हैं यह एक छोटी सी सुंदर जगह है जो कि हिमाचल प्रदेश राज्य के धर्मशाला के नजदीक है यह एक हिल स्टेशन है और यहाँ पर भारी मात्रा में पर्यटक आते हैं पहाड़ी स्थान होने के साथ यहाँ पर देवदार के घने जंगल हैं और नजारा मनमोहक है और यहाँ पर भारी मात्रा में तिब्बती लोग रहते हैं तो  इसकी वजह से इस स्थान को मिनी ल्हासा भी कहा जाता है धर्मशाला के नजदीक घूमने के लिए यह सबसे अच्छे स्थानों में से एक है 


मैकलौड़गंज की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ प्रसिद्ध पर्यटन स्थल Dal Lake ( डल झील ) और Triund Hill ( त्रियुंड पहाड़ी ) पर आप जा सकते हो 
ꟷ बौद्ध धर्म के बारे में जानना चाहते हैं तो यहाँ से आपको बहुत जानकारी मिलेगी 

मैकलौड़गंज में जाने का सही समय :

मैकलौड़गंज में गर्मी से राहत पाने के लिए आप जून और जुलाई में आ सकते हैं या फिर सर्दी के समय जनवरी और फरवरी में आएंगे तो आपको इसके साथ लगते पहाड़ों में बर्फ का नजारा देखने को मिलेगा इसके अलावा साल में किसी भी महीने में आप यहाँ पर आ सकते हैं 

7.  Bhagsunag Temple ( भागसुनाग मंदिर )

भासुनाथ मंदिर एक छोटे से गाँव भागसु में हैं यह बहुत सुंदर स्थान है और यहाँ के लोगों का मुख्य व्यवसाय पर्यटन से ही है जैसे छोटे रेस्तरां और होटल से यहाँ के लोग आना जीवनयापन करते हैं यह स्थान मैकलौड़गंज से महज लगभग 1 किलोमीटर की दुरी पर है यदि आप यहाँ से पैदल भी चले जाएँ तब भी आप मंदिर बड़ी आसानी सा पहुँच जाओगे 

भासुनाथ मंदिर की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ मंदिर में जाएँ और गाँव में बहुत से गद्दी लोग हैं जिनसे बात करके आपको बहुत अच्छा लगेगा 
ꟷ भागसु वॉटरफॉल में जाएँ और नहाने का आनंद लें यहाँ की आध्यात्मिक उर्जा आपको तरो ताजा करती है 

भासुनाथ मंदिर में जाने का सही समय :

ꟷ यहाँ पर आप पूरी साल में कभी भी आ सकते हैं गर्मी के मौसम में आएंगे तो आप गर्मी से राहत पाएंगे और सर्दी के समय आपको यहाँ के पहाड़ों में बर्फ देखने को मिलेगी 


8. Indrahar Pass ( इन्द्राहार घाटी )

धर्मशाला के ऊपर हिमालय का पश्चिमी भाग है और इन्द्राहार घाटी पश्चिमी हिमालय के धौलाधार में एक ऊपर पहाड़ी पर सुंदर स्थान है ज्यादातर ट्रैकिंग करने के शौकीन लोग ही इस घाटी में जाते हैं इसकी ऊंचाई लगभग 4500 मीटर है और विश्व भर से पर्यटक यहाँ पर आते हैं और यहाँ की सुंदरता सभी को अपनी और आकर्षित करती है यह स्थान एडवेंचर के लिए भी जाना जाता है इन्द्राहार घाटी धर्मशाला से लगभग 8 किलोमीटर की दूर है 

इन्द्राहार घाटी की मुख्य विशेषताएं :

ꟷ  यहाँ पर आपको नेचुरल ब्यूटी देखने को मिलेगी 
ꟷ यह अपने आकर्षण की वजह से सभी को अपनी सुंदरता की तरफ आकर्षित करता है 
ꟷ ऊँचाई पर स्थित होने के कारण ऊपर से आसपास का स्थान दिखता है ऊँचाई से यह देखना अच्छा लगता है 

इन्द्राहार घाटी में जाने का सही समय :

मई से लेकर सितंबर तक आप यहाँ पर कभी भी जा सकते हैं सर्दियों में यहाँ पर नहीं जाने की सलाह दी जाती है 


9. Dharamkot ( धर्मकोट )

धर्मकोट धर्मशाला के ऊपर एक सुंदर हिल स्टेशन है यह स्थान मैक्लोड़गंज के ऊपर स्थित है यहाँ पर बहुत से विदेशी पर्यटक आते हैं और यहाँ पर विदेशी पर्यटक भी रहने लगे हैं इस स्थान की समुद्रतल से ऊँचाई लगभग 2800 मीटर है विदेशी लोगों को यह जगह बहुत अच्छी लगती है यह स्थान त्रियुंड हिल के पास ही लगभग 4 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है 

धर्मकोट की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ यहाँ पर ट्रैकिंग कर सकते हैं 
ꟷ यहाँ से कांगड़ा वैली और धौलाधार पर्वत एक साथ दिखाई देते हैं जो की एक यहाँ पर्यटकों को आकर्षित करता है 
ꟷ यहाँ पर बहुत कैफे हैं और साथ में टेंट और स्लीपिंग बैग भी किराए पर दिए जाते हैं 

धर्मकोट में जाने का सही समय :

सबसे अच्छा समय अप्रैल से लेकर जून तक रहता है क्यूंकि गर्मियों के मौसम में भी यहाँ पर वातावरण ठंडा रहता है 

10. Kangra Fort ( कांगड़ा किला )

कांगड़ा किला एक एतिहासिक स्थान है और इस किले से आप कांगड़ा वैली और कांगड़ा की सुंदर नदियाँ देख सकते हैं यह किला इस किले का निर्माण 4th century BC में कटोच साम्राज्य द्वारा किया गया था यह एतिहासिक किला भारत के गिने-चुने पुराने किलों में से एक हैं इसलिए भी कांगड़ा किला को एक अलग पहचान मिली है कांगड़ा किला धर्मशाला के सबसे सुंदरतम स्थानों में से एक है 

कांगड़ा किले की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ यहाँ से आसपास का नजारा बहुत सुंदर दिखाई देता है 
ꟷ यहाँ पर एक संग्रहालय है जो की कटोच साम्राज्य के बारे में बहुत रोचक तथ्य बयाँ करता है 

कांगड़ा किले में जाने का सही समय :

अप्रैल से जून महीने में आप कभी भी यहाँ पर आ सकते हैं बरसात और सर्दी के समय यहाँ नहीं आपने की सलाह दी जाती है 

11. Masrur Temple ( मसरुर मंदिर )

मसरुर मंदिर मसरूर गाँव में स्थित यह एक सुंदर स्थान होने के साथ-साथ एक एतिहासिक स्थान है और इसकी वास्तुकला सबसे पुरानी होने के कारण ज्यादातर पर्यटक इसकी वास्तुकला को देखने के लिए आते हैं जब साल 1905 में काँगड़ा में भूकंप हुआ था तो आसपास के सभी घर गिर गये थे लेकिन इस मंदिर को थोड़ी सी ही क्षति पहुंची थी और यह आज भी अपनी जगह पर खड़ा है और यह UNESCO World Heritage Site में से एक है मसरूर मंदिर पत्थरों की नकाशी के लिए प्रसिद्ध है यह मंदिर बड़े-बड़े पत्थरों से बना है इन्हें हिमालयन पिरामिड के नाम से भी जाना जाता है सदियों पुराना होने के कारण इसकी एक खास पहचान है 


मसरुर मंदिर की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ यह मंदिर रॉक यानि पत्थरों से बना है जो की बहुत बड़े-बड़े हैं 
ꟷ यह मंदिर क्लासिक आर्कीटेकचर का एक जीता-जागता उदाहरण है 

मसरुर मंदिर में जाने का सही समय :

यहाँ पर गर्मी के समय अच्छा मौसम होता है और आप अप्रैल से जून तक यहाँ आ सकते हो बरसात में नहीं आने की सलाह दी जाती है यदि सर्दी में आना चाहते हैं तो जनवरी और फरवरी में आएं उस समय आपको यहाँ के ऊपर पहाड़ों में बर्फ देखने को मिलेगी 

12. Hanuman Tibba ( हनुमान टिब्बा )

हनुमान टिब्बा पश्चिम हिमालय में स्थित धौलाधार पर्वत में लगभग सभी पर्वतों से ऊंचा है और यह बहुत प्रसिद्ध टिब्बा है हनुमान टिब्बा लगभग समुद्रतल से लगभग 19000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है ट्रैकिंग करने वाले पर्यटकों के लिए यह स्थान बहुत ही अच्छा है यहाँ पर पर्वतारोहण और लम्बी पैदल यात्रा करने वाले पर्यटक आते हैं और यहाँ पर लगभग साल के 6 महीने बर्फ जमी रहती है 


हनुमान टिब्बा की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ  पहाड़ों में ट्रैकिंग करके घुमने वालों के लिए सबसे अच्छी जगह है 
ꟷ  बर्फ में घुमने वाले पर्यटकों के लिए भी सबसे अच्छी जगह है 


हनुमान टिब्बा में जाने का सही समय :

यहाँ पर जाने के लिए तो आप साल में बरसात के दिनों को छोड़कर कभी भी जा सकते हो लेकिन यदि आप नवम्बर से मार्च के महीनों में जाएँ तो यहाँ पर आपको बर्फ देखने को मिलेगी 

13. Kalachakra Temple ( कालचक्र मंदिर )


कालचक्र मंदिर का अर्थ है "समय का पहिया" यह मंदिर महात्मा बुद्ध को श्रधांजलि देने के लिए बनाया गया है इस मंदिर में अवलोकितेश्वर के भिती चित्र हैं जिन्हें दलाई लामा का अवतार माना जाता है यदि आप किसी शांत जगह में कुछ समय व्यतीत करना चाहते हो तो आप यहाँ पर जा सकते हैं और आप यहाँ पर मैडिटेशन करके अपने अंतर मन को देखें अपने आप को जानें इससे आपको आध्यात्मिकता का ज्ञान प्राप्त होगा 


कालचक्र मंदिर की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ यहाँ पर प्रार्थना चक्र से प्रार्थना करने का एक विशेष महत्व है 
ꟷ यहाँ के मंदिर में आपको तिब्बती कला का एक नमूना देखने को मिलेगा 

कालचक्र मंदिर में जाने का सही समय :

अप्रैल से जून तक का समय बहुत अच्छा होता है क्यूंकि इस समय गर्मी के मौसम में भी यहाँ पर वातावरण ठंडा होता है और यदि सर्दी में आना चाहें तो सितम्बर से नवम्बर का समय ठीक रहता है 


 14. Aghanjar Mahadev Temple ( अघंजर महादेव मंदिर )

अघंजर महादेव मंदिर धर्मशाला के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थानों में से एक है यह एक सिद्ध पीठ है और एतिहासिक मंदिर है भगवान भोलेनाथ के भक्त यहाँ पर दूर-दूर से आते हैं और एतिहासिक मंदिर होने के कारण यहाँ पर भारी मात्रा में पर्यटक आते हैं यह मंदिर लगभग 500 साल पुराना मंदिर है और यह एक चट्टान के पास बना है और आसपास के रास्ते नदियों झरने और घने जंगल से घिरे हुए हैं यह नजारा देखते ही बनता है 

                अघंजर महादेव मंदिर की दुरी धर्मशाला बस स्टैंड से लगभग 9 किलोमीटर है 


अघंजर महादेव मंदिर की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर अर्जुन को शिव भगवान के दर्शन हुए थे महाभारत के अनुसार जब अर्जुन अपने कौरव भाइयों के साथ लड़ने जा रहे थे तब भगवान शिव यहाँ पर प्रकट हुए थे और अर्जुन को दर्शन दिए थे 
ꟷ यह मंदिर लगभग 500 साल पुराना है 

अघंजर महादेव मंदिर में जाने का सही समय :

इस मंदिर में आप साल में किसी भी महीने में आ सकते हैं यदि आप धर्मशाला में अन्य स्थानों में भी घूमना चाहते हैं तो आप बरसात के मौसम को छोड़कर कभी भी आ सकते हैं 

15. Nechung Monastery ( नेचुंग मानेस्ट्री )

यह स्थान बोद्ध धर्म से जुड़ा है और आध्यात्मिक मार्गदर्शक है यह 18वीं सदी में बना था इसे "Seer-oracle" कहा जाता है यह मोनेस्ट्री धर्मशाला में सबसे महत्वपूर्ण देखने लायक स्थानों में से एक है और यदि कोई आध्यात्मिकता से जुड़ना चाहता है तो इस स्थान में जा सकता है और एक अच्छा आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करने के लिए आपको नेचुंग मानेस्ट्री में जरुर जाना चाहिए , नेचुंग मानेस्ट्री धर्मशाला बस स्टैंड से तकरीबन 2 से 3 किलोमीटर के बीच में है 

नेचुंग मानेस्ट्री की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ नेचुंग मानेस्ट्री में स्थित पुस्तकालय आपको बोद्ध संस्कृति और धर्म के बारे में शास्त्रों के माध्यम से जानकारी प्रदान करता है जो आपको पुरे विश्व में कहीं भी देखने को नहीं मिलेगा 
ꟷ नेचुंग मानेस्ट्री पुरानी होने के साथ-साथ बोद्ध धर्म की सबसे पुरानी अंतिम आध्यात्मिक मार्गदर्शक करने वाली मोनेस्ट्री है 

नेचुंग मानेस्ट्री में जाने का सही समय :

मार्च से जून तक का समय यहाँ पर विजिट करने के लिए सही रहेगा 

आप यहाँ पर सोमवार से शनिवार सुबह 09:00am से 05:00pm तक विजिट कर सकते हो  


16. Chinmaya Tapovan ( चिन्मय तपोवन )

यह स्थान ज्यादातर स्थान वातावरण और मैडिटेशन के लिए जाना जाता है मैडिटेशन करने को ही तप कहा जाता है और जहाँ पर ज्यादातर मैडिटेशन हो उस स्थान को "तपोवन" कहाँ जाता है ज्यादातर शांत स्थान में रहने वाले साधुओं का यह स्थान पसंदीदा स्थान है और यहाँ पर मैडिटेशन काम्प्लेक्स भी है जहाँ पर बहुत से लोग देश-विदेशों से मैडिटेशन करने के लिए आते हैं यहाँ पर भगवान हनुमान जी की बहुत बड़ी प्रतिमा है और राम मंदिर है साथ में स्कूल भी है यह स्थान धर्मशाला के पर्यटन स्थलों में सबसे अलग पहचान बनाए हुए है और यहाँ पर बहुत भारी मात्रा में पर्यटक देश से तो आते ही हैं विदेशों से भी आते हैं यह स्थान सिद्धबाड़ी में स्थित है 


चिन्मय तपोवन की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ यहाँ पर मैडिटेशन काम्प्लेक्स है जहाँ पर देश-विदेश से लोग मैडिटेशन करने आते हैं 
ꟷ यहाँ पर आप भगवान राम और हनुमान की प्रतिमा के दर्शन कर सकते हैं 

चिन्मय तपोवन में जाने का सही समय :

यहाँ पर आप साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं 

हर रोज विजिट करने का समय है सुबह 07:00am से 07:00pm तक 


17. Norbulingka Institute ( नोर्बुलिंग्का संस्था )

नोर्बुलिंग्का संस्थान भारत में तिब्बती समुदाय की संस्कृति, धर्म जीवनशैली और कला का एक जीता जागता प्रमाण है और यह देश और विश्व में प्रसिद्ध स्थान है यदि आप आध्यात्मिकता का अनुभव लेना चाहते हैं तो यह स्थान इसके लिए सबसे बेस्ट स्थान है नोर्बुलिंग्का संस्थान के परिसर में एक तिब्बती मंदिर भी है यह स्थान पालमपुर-धर्मशाला रोड़ पर सिद्धपुर में स्थित है यह स्थान धर्मशाला बस स्टैंड से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है 

नोर्बुलिंग्का संस्थान की मुख्य विशेषताएं 

ꟷ लोसेल डोल संग्रहालय जो की तिब्बत की 150 से ज्यादा गुड़ियों का घर है यह सभी गुड़ीया वेशभूषा में सजी हुई हैं 

ꟷ डेडेन त्सुगलगखांग मंदिर जो की तिब्बती कला और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है 

ꟷ हमिंगबर्ड कैफे जो कि यहाँ पर आए देश व विदेशी पर्यटकों को हर प्रकार के देशी व विदेशी व्यंजन परोसता है यानि विदेशी पर्यटकों का खाना भी यहाँ पर उपलब्ध है 

नोर्बुलिंग्का संस्थान में जाने का सही समय :

यहाँ पर विजिट करने के लिए आप साल के बारह महीने में कभी भी विजिट कर सकते हैं 
समय 09:00am से 05:00pm का रहेगा सप्ताह के किसी भी दिन आप विजिट कर सकते हैं 

18. Kangra Art Museum ( काँगड़ा कला संग्रहालय )

इस संग्रहालय में कांगड़ा की वेशभूषा और ग्रामीण कढ़ाई ( Rural Embroideries ) और कुछ पुरानी तस्वीरें रखी गई हैं 

काँगड़ा कला संग्रहालय की मुख्य विशेषताएं

ꟷ कुछ कलाकारों द्वारा बनाई गई बेहतरीन पेंटिंग आपको यहाँ पर देखने को मिलेगी 
ꟷ वेशभूषा और कपड़ों पर गजब कढ़ाई ( Rural Embroideries ) देखने को मिलेगी जो की कांगड़ा की पुरानी वेशभूषा के पहनावे को प्रदर्शित करती है 

म्यूजियम में जाने का सही समय :

सुबह 10:00am से 01:30pm तक और 02:00pm से 05:00pm तक म्यूजियम खुला रहता है 

19. Gopalpur Zoo ( गोपालपुर चिड़ियाघर )

गोपालपुर चिड़ियाघर धर्मशाला में सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है यह धर्मशाला से पालमपुर रोड़ पर स्थित है इस चिड़ियाघर में बहुत से पक्षी व जानवर हैं आप इन्हें देख सकते हैं यह चिड़ियाघर धर्मशाला से लगभग 20 किलोमीटर और पालमपुर से लगभग 13 किलोमीटर की दुरी पर है यदि आप धर्मशाला से मनाली की तरफ जा रहे हैं या फिर मनाली से धर्मशाला की तरफ आ रहे हैं तो आप बड़ी आसानी से गोपालपुर चिड़ियाघर को देख सकते हैं इस चिड़ियाघर को Dhauladhar Nature Park Zoo के नाम से भी जाना जाता है   

गोपालपुर चिड़ियाघर की मुख्य विशेषताएं

ꟷ इस चिड़ियाघर में चीते , हिरन , मोर , अलग-अलग प्रकार की चिड़िया देखने को मिलेगी अन्य बहुत से जानवर देखने को मिलते हैं

गोपालपुर चिड़ियाघर में जाने का सही समय :

यहाँ पर आप हफ्ते के किसी भी दिन जा सकते हैं लेकिन समय सुबह 09:00am से 04:30pm बजे तक रहता है 

Best places visit in near Dharamshala


Comments